इस्लाम – मानवता के लिए सन्देश : पार्ट-१
# इस्लाम क्या है ?
– इस्लाम धर्म एक ऐसा धर्म है जिसके बारे में खुद मुसलमानों को और गैरमुसलमानो को सबसे ज्यादा गलत धारनाए और गलतफेहमिया (Misconceptions) है |||
जब की इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, इसका अर्थ ये हुआ के २०% या उस से ज्यादा दुनिया की लोकसंख्या वो मुस्लिम है… इसका अर्थ ये हुआ के हर ५ व्यक्ति में से एक व्यक्ति मुस्लिम है ,…
*तो आईये देखते है के इस्लाम की मूल आस्था क्या है ?
– इस्लाम ये अरबी भाषा का शब्द है जो अरबी भाषा के शब्द “सलाम” और “सिल्म” से आता है |
जिसका अर्थ होता है (सलाम का अर्थ होता है शांति) और सिल्म का अर्थ होता है “एक इश्वर अल्लाह के सामने बिना किसी शर्त के नतमस्तक हो जाना, झुक जाना” |
• तो इस्लाम का अर्थ होता है “शांति जो मानव प्राप्त करता है एक सत्य इश्वर के सामने नतमस्तक होकर बिना किसी शर्त के” |
और जो कोई व्यक्ति बिना किसी शर्त के एक सत्य इश्वर के सामने नतमस्तक हो जाता है ऐसे व्यक्ति को अरबी भाषा में “मुस्लिम” कहते है | जिसका अर्थ होता है इस्लाम को माननेवाला और इस्लाम पर चलने वाला |
– अब आईये इस्लाम का मानवता के लिए क्या सन्देश है उनमे से सिर्फ ३ सन्देश आपके सामने रखने की हम कोशिश करेंगे |
जिसको मानना अनिर्वाय (Compulsory) है |
१) तौहिद – का अर्थ होता है एकेश्वरवाद| एक इश्वर में आस्था रखना|
२) रिसालत – का अर्थ होता है प्रेशित्वाद| इशदुत, नबी, Messengers.
३) आखिरत – अर्थ होता है परलोकवाद| मृत्यु के बाद का जीवन|
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