#जन्नत_में_ले_जाने_वाले_आमाल
रसूल अल्लाह ﷺ से सवाल किया गया के कौन सा अमल लोगों को बा कसरत जन्नत में दाख़िल करेगी तो आप ﷺ ने फ़रमाया: अल्लाह का डर (तकवा) और अच्छे अख़लाक़ फिर आप ﷺ से उस चीज़ के बारे में सवाल किया गया जो लोगों को बा कसरत जहन्नुम में दाख़िल करेगी तो आप ﷺ ने फ़रमाया:ज़ुबान और शर्मगाह (ज़िना)।
जाम ए तिर्मिज़ी हदीस न 2004
जन्नत में ले जाने वाले आमाल शरीयत में बहुत सारे है
मुख़तसर सा बयान कर दिया जाएगा!
इंशा अल्लाह
अल्लाह से तौबा करना
अल-क़ुरआन ॥ सुरह मरयम ॥ आयत 60
तक़वा और परहेज़गारी
अल-क़ुरआन ॥ सुरह मरयम ॥ आयत 63
ईमान और अमल सालह
अल-क़ुरआन ॥ सुरह बक़रा ॥ आयत 25
अल-क़ुरआन ॥ सुरह निसा ॥ आयत 124
अल्लाह और उसके रसूल ﷺ की फ़रमाबरदारी
अल-क़ुरआन ॥ सुरह फ़ातेहा ॥ आयत 17
सही बुख़ारी हदीस न० 6889
नफ़्स और ख़्वाहिशात के ख़िलाफ जद्दोजहद
अल-क़ुरआन ॥ सुरह अनकबूत ॥ आयत 69
शरीयत इलाही पर इस्तेकामत
अल-क़ुरआन ॥ सुरह सजदा ॥ आयत 30
हुसूल ईल्म
सुनन इब्न ए माजा हदीस न० 183
मस्जिद की तामीर
सही बुख़ारी हदीस न० 450
लड़ाई झगड़े से दूर रहना
सुनन अबु दाऊद हदीस न० 4800
वज़ु का अहतमाम और हर वज़ु के बाद दो रकाअत पढ़ना
सही बुख़ारी हदीस न० 1149
जमाअत के साथ नमाज़ पढ़ना
सही बुख़ारी हदीस न० 631
हज मबरूर
सही बुख़ारी हदीस न० 1521
हर नमाज़ के बाद आयत उल कुर्सी
सुनन निसाई हदीस न० 9848
सय्याद उल इस्तेग़फ़ार का अहतमाम करना
सही बुख़ारी हदीस न० 6306
सुन्नत मुअक्कदा का अहतमाम
सही मुस्लिम हदीस न० 728
वज़ु के बाद की दुआ पढ़ना
सही मुस्लिम हदीस न० 234
औलाद और चहेते की वफ़ात पर सब्र करना
अल-सिलसिला तुस सहीहा हदीस न० 2302
यतीम की किफ़ालत
सही बुख़ारी हदीस न० 1467
बिनाई ( आँख की रोशनी) खतम हो जाने पर सब्र करना
सही बुख़ारी हदीस न० 5329
तंगदस्त को मोहलत दी जाए
सही मुस्लिम हदीस न० 1560
ख़रीद व फ़रोख़्त में नरमी करना
सुनन तिर्मिज़ी हदीस न० 1320
रास्ते से तकलीफ़ वाली चीज़ हटाना
सही बुख़ारी हदीस न० 2989
तीन बहनो या तीन/दो बेटियो की परवरिश करना
सुनन तिर्मिज़ी हदीस न० 1835
सलाम को आम करना और मुस्लिमों से मुहब्बत करना
सही मुस्लिम हदीस न०203
जानवरो के साथ अच्छा सलूक
सही बुख़ारी हदीस न०170
फ़ज्र और असर का अहतमाम जमाअत के साथ
सही बुख़ारी हदीस न० 549
ज़ुबान और शरमगाह की हिफ़ाज़त
सही बुख़ारी हदीस न० 6109
नोट- जो भी काम करो मुकम्मल करो, दिखावा मत करो, बड़ाई मत करो, शैखी मत बघारो,
जन्नत में दाख़िला नैक आमाल की वजह से नही होगा!
नैक आमाल एक ज़रिया बनेंगे, और ये ही एक चीज़ नही जिसकी वजह से हम जन्नत में जाएँगे! जन्नत जाने के लिए नैक आमाल करना ज़रूरी है! लेकिन हर नैक आमाल करने से जन्नत मिलेगी ये ज़रूरी नही!
बहुत सारे सहाबा जब मुहम्मद रसूल अल्लाह को नेकी करते देखते तो एक्स्ट्रा करने के चक्कर में भागते! तब आप ने फ़रमाया सिर्फ़ नैक आमाल जन्नत नही लेकर जाएगे
सहाबा ने अर्ज़ किया या रसूल अल्लाह, क्या आपको भी नही लेकर जाएँगे?
आप ने फ़रमाया हाँ! मुझे भी नही, यह कह अल्लाह ताआला मुझे अपनी रहमत के साथ ढाँप ले!
सही बुख़ारी हदीस न० 6467
अल्लाह की रहमत और नैक आमाल का कॉम्बिनेशन जन्नत में ले जाएगा, ख़ाली नैक आमाल जन्नत में नही ले जाएँगे!
अक्सर लोगों में ये ग़लत फ़हमी रहती है अरे फ़लाँ ने इतने आमाल कर लिए फ़लाँ ने उतने आलाम कर लिए हत्ता के बोल भी देते है पक्का जन्नती है हो सकता है उनका जन्नत जाना पक्का ना हो! वल्लाहु आलम,
हम नही जानते और लोग कह रहे होते है इतने आमाल किए उतने आमाल किए!
देखें मसनद अहमद हदीस न० 2/213
दुआ है अल्लाह हम सबको अपनी हिफ़ाज़त में रखे और हम सब को अपनी रेहमतो के साए में रखे!
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